Wazu ka tarika (2023) | जाने वजू का सही तरीका

Wazu ka tarika (2023) | जाने वजू का सही तरीका

असलामु अलैकुम आज हम Wazu ka tarika (2023) | जाने वजू का सही तरीका मुक्कमल सीखेंगे वजू करना हमारे हर अच्छेkam की शुरुआत होती है अगर हमें नमाज़ पढ़ना है तो वजू करना ज़रूरी है वैसे ही करने पाक की तिलावत हो या कोई वज़ीफ़ा करना हो हर नेक काम के लिए हमें वज़ू करना ज़रूरी है । वजू wazu  हमारे जाहिरी बदन को पाक और साफ कर देता है अगर हमारा wazu मुकमल नहीं तो हमरी इबादत भी मुकमल नहीं आइये हम wazu  ka tarika , wazu ke faraiz or wazu ki sunnate , आपको मुकमल तौर पे बताते है ।

Wazu ki niyat

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waju ka tarika

 

वजू के लिए नियत करना सुन्नत है. नियत दिल के इरादे को कहते हैं दिल में नियत होते हुए भी जबान से कह लेना अफजल है , लिहाजा जबान से इस तरह निय्यत कीजिये कि मैं हुक्मे इलाही बजा लाने और पाकी हासिल करने के लिये वुज़ू कर रहा हूं। 

वजू की दुआ |Wazu ki Dua Ya  wazu se pehle ki dua 

“बिस्मिल्लाहिल अजिमी वल हम दू लिल्लाही अला दिनिल इस्लाम। “

वजू के बाद की दुआ |wazu ki dua english

Bismillahil Ajimi Walhamdu Lillahi Ala Dinil Islam.

वज़ू का तरीका | Wazu ka tarika

  1. अब दोनों हाथ तीन तीन बार कलाइयों तक धोइये,दोनों हाथों की उंग्लियों का खिलाल भी कीजिये । 
  2. अगर मिस्वाक है तो कर मिस्वाक करलें। 
  3. अब सीधे हाथ के तीन चुल्लू पानी से इस तरह तीन कुल्लिया कीजिये कि हर बार मुंह के हर पुर्जे पर पानी बह
  4. जाए अगर रोज़ा न हो तो गरग़रा भी कर लीजिये। फिर सीधे ही हाथ के तीन चुल्लू से तीन बार नाक में नर्म हड्डी तक पानी चढ़ाइये और उल्टे हाथ से नाक साफ कर लीजिये । 
  5. तीन बार सारा चेहरा इस तरह धोइये कि जहां से सर के बाल उगना शुरू होते हैं वहां से ले कर ठोड़ी के नीचे तक और एक कान की लौ से दूसरे कान की लौ तक हर जगह पानी बह जाए। 
  6. फिर पहले सीधा हाथ उंग्लियों के सिरे से धोना शुरू कर के कोहनियों समेत तीन बार धोइये। इसी तरह फिर उल्टा हाथ धो लीजिये। दोनों हाथ आधे बाज़ू तक धोना बेहतर है। 
  7. अब सर का मस्ह इस तरह कीजिये कि दोनों अंगूठों और कलिमे की उंग्लियों को छोड़ कर दोनों हाथ की तीन तीन उंग्लियों के सिरे एक दूसरे से मिला लीजिये और पेशानी के बाल पर रख कर खींचते हुए गर्दन तक इस तरह ले जाइये कि हथेलियां सर से जुदा रहें, फिर गुद्दी से हथेलियां खींचते हुए पेशानी तक ले आइये, कलिमे की उंग्लियां और अंगूठे इस दौरान सर पर बिल्कुल मस नहीं होने चाहिएं, फिर कलिमे की उंग्लियों से कानों की अन्दरूनी सतह का और अंगूठों से कानों की बाहरी सतह का मसह कीजिये और शहादत वाली अंगुली कानों के सूराखों में दाखिल कीजिये उसके बाद उंग्लियों की पिछले हिस्से से गरदन के पिछले हिस्से का मस्ह कीजिये,
  8. अब पहले सीधा फिर उल्टा पाउं हर बार उंग्लियों से शुरू कर के टखनों के ऊपर तक तीन तीन बार धो लीजिये । दोनों पाउं की उंग्लियों का खिलाल करना सुन्नत है ।

वजू के बाद की दुआ |Wazu ke baad ki dua

अल्लाहुम्मज अल्नी मिनत तव्वा बिन वज अल्नी मिनल मुत-तहरिन

(तर्जुमा : ऐ अल्लाह मुझे कसरत से तौबा करने वालों मे बना दे और मुझे पाकीजा रहने वालों मे शामिल करदे) 

वज़ू के बाद की दुआ इन इंग्लिश | wazu ke baad ki dua in english

Allahummaj Alni Minat Tawwabina Waj – Alni Minal Mut-Tahrin

वजू के बाद की दुआ और दुआएं

वुजू के बाद सूरए कद्र पढ़ने के फ़ज़ाइल

हदीसे मुबारक में है, “जो वुज़ू के बाद एक मर्तबा सूरए कद्र पढ़े तो वोह सिद्दीक़ीन में से है और जो दो मर्तबा पढ़े तो शु-हदा में शुमार किया जाए और जो तीन मर्तबा पढ़ेगा तो अल्लाह ताला मैदाने महशर में उसे अपने अम्बिया के साथ रखेगा।”  

नज़र कभी कमज़ोर न हो

जो वुज़ू के बाद आस्मान की तरफ देख कर सूरए कद्र पढ़ लिया करे उस की नज़र कभी कमज़ोर न होगी।

वजू के फ़राइज़ | Wazu ke faraiz

Wazu ka tarika (2023) | जाने वजू का सही तरीका
wazu ke faraiz

वजु में कुल 4 फराइज हैं।

इन wazu ke farz मे से कोई भी अरकान छूट जाती है तो वजू मुकम्मल नहीं माना जाएगा।

  1. मुकम्मल चेहरा धोना
  2. कोहनियों समेत दोनों हाथ धोना
  3. सर का चौथाई हिस्सा मसह करना.
  4. दोनों पैर टखनों समेत धोना।

वज़ू की सुन्नते | Wazu ki sunnate  

wazu ki sunnat kitni hai ? Or wazu ki sunnat

वज़ू की सुन्नते भी अहम होती है, वजू करते वक़्त इनका भी खयाल रखना चाहिए

(1) निय्यत करना (2) बिस्मिल्लाह पढ़ना । अगर वुज़ू से पहले “बिस्मिल्लाहि वलहमदुलिल्लाह” पढ़ लिया तो जब तक बा वुज़ू रहेंगे फ़िरिश्ते नेकियां लिखते रहेंगे। (3) दोनों हाथ पहुंचों तक तीन बार धोना तीन बार मिस्वाक करना (5) तीन बार कुल्ली करना (6) रोजा न हो तो गर गरा करना (7) तीन चुल्लू से तीन बार नाक में पानी चढ़ाना (8) दाढ़ी हो तो (एहराम में न होने की सूरत में) इस का खिलाल करना (9) हाथ और (10) पाउं की उंग्लियों का ख़िलाल करना (11) पूरे सर का एक ही बार मस्ह करना (12) कानों का मस्ह करना (13) फ़राइज़ में तरतीब काइम रखना (या’नी फ़र्ज़ में पहले मुंह फिर हाथ कोहनियों समेत धोना फिर सर का मस्ह करना और फिर पाउं धोना) और (14) पै दर पै वुज़ू करना या ‘नी एक हिस्सा सूखने न पाए कि दूसरा हिस्सा धो लेना ।

वज़ू का मतलब | wazu meaning in hindi  Or wazu khana

wazu

कोई भी इबादत या नेक काम करने से पहले अपना चेहरा,हाथ और पैर को पकीजगी कि नियत से सिलसीलावार धोने को ही वज़ू कहते है, और जहा पर वज़ू करने के लिए एक खास जगह मुकरर की गयी हो उस जगह को wazu khana कहा जाता है। 

वजू करते  वक़्त इन चीजों से बचें  wazu krte wakt kin chizo se bache 

(1) वुजू के लिये नापाक जगह पर बैठना (2) नापाक जगह वुज़ू का पानी गिराना (3) किब्ला की तरफ थूकया बलगम डालना या कुल्ली करना (4) ज़ियादा पानी खर्च करना या फिर इतना भी कम पानी खर्च करना कि सुन्नत अदा न हो (5) मुंह पर पानी मारना (6) मुंह पर पानी डालते वक्त फूंकना (7) एक हाथ से मुंह धोना (8) गले का मस्ह करना (9) उल्टे हाथ से कुल्ली करना या नाक में पानी चढ़ाना (10) सीधे हाथ से नाक साफ करना (11) धूप के गर्म पानी से वुज़ू करना (12) होंट या आंखें ज़ोर से बन्द करना और अगर कुछ सूखा रह गया तो वुज़ू ही न होगा। (13) वजू के बाद वजू के पानी के कतरे मस्जिद मे ना गिरने दें। 

वज़ू तूटने की वजह | wazu tutne ki wajah 

wazu tutne ki 8 wajah in hindi wazu  वज़ू तूटने की वजह कुल आठ है 

वज़ू को तोडने वाली आठ चीजें  :

(१) पाखाना पेशाब करना या इन दोनों रास्तों से किसी और चीज़ का निकलना।

(२) रीह यानी पिछे से हवा का निकलना

(३) बदन के किसी हिस्से से खुन या पीप का निकल कर वह जाना।

(४) मुँह भर कर कय (उल्टी) करना।

(५) लेट कर या सहारा लगाकर सो जाना।

(६) बीमारी या किसी और वजह से बेहोश हो जाना।

(७) मजनुन यानी दीवाना हो जाना

(८) नमाज़ में कहकहा लगाकर हँसना। यानि नामज मे जोर से हसना 

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HADEES IN HINDI 

हदीस-ए-मुबारक का मफ़हूम है के हज़रते सय्यदना इब्ने उमर (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) (ﷺ) से रिवायत है की नबी-ए-करीम (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) (ﷺ) ने फ़रमाया:

“तुम में से जो यह कर सके की वह मदीने में आ कर मरे तो वह ऐसा ज़रूर करे इसलिए की में मदीने में मरने वाले के हक़ में गवाही दूंगा।” सुभान अल्लाह


FAQs

वज़ू के फ़राइज़ कितने है ?wazu ke faraiz kitne hain ?

वज़ू में कुल 4 faraiz है। मुकम्मल चेहरा धोना, दोनों हाथों को केहूनियों समेत धोना, सर का चौथाई हिस्सा मसह करना और दोनों पैर टखनों समेत धोना। 

क्या नाखून काटने से वजू टूट जाता है? nakhun katane se wazu tutata hai ? 

नहीं, नाखून काटने से वजू नही टुटता

क्या बच्चे के पेशाब से वजू टूट जाता है? bache ke peshab se wazu tutata hai ?

हा, एक दिन के दूध पीते बच्चे का पेशाब भी इसी तरह नापाक है जिस तरह आम लोगों का।

गुस्ल के बाद वजू जरूरी है? gusl ke baad wazu jaruri hai ?

नहीं, गुस्ल के लिए जो वजू किया था वही काफी है । दोबारा वजू करना जरूरी नही।

अल्लाह हम सबको दिन सीखने और सिखानेki तौफीक अत फरमाए ।

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