Namaz ka tarika In Hindi | नमाज़ का तरीका
(Namaz kaise padhe in hindi)
असलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि बरककातहु हजारिन आज हम Namaz ka tarika In Hindi | नमाज़ का तरीका और नमाज मुकमल कैसे की जाती है ये सीखेंगे , हमारे नबी सलल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फरमाया की नमाज मेरी आखों की ठंडक है गोया की अगर हम नमाज अदा करते है तो हम अपने नबी की आखों को ठंडक पहुंचते है ,,,, सुब्हानअल्लाह आइये जानते है नमाज का तरीका
namaz padhne ka tarika
नमाज पढ़ने के लिए कुछ जरूरी शर्ते (अहकामात) है जो हमे पता होनी चाहिए , किवकी इन शर्तों के बिना हमारी नमाज मुकम्मल नही हो सकती
नमाज पढ़ने की शर्ते namaz ke sharte
- बदन का साफ होना
- बदन पे जो कपड़े पहने है उसका साफ और पाक होना
- जहा हमे नमाज पढ़नी है उस जगह का पाक और साफ होना
- जो हम नमाज पढ़ेंगे(अदा) उस नमाज का वक्त होना चाहिए
- किबला के तरफ रुख करके खड़ा होना
- वजू करना
- नमाज पढ़ने की नियत करना
नमाज पढ़ने के लिए हमे वजू करना फर्ज है वैसे ही हमे पाको साफ रहना भी फर्ज है ,तो हम सबसे पहले गुस्ल, वजू और फिर नमाज का तरीका जानेंगे
गुस्ल का तरीका gusal karne ka tarika
अगर आप नापाक हो , तो आप पर गुस्ल फर्ज है आप गुस्ल किए बगैर आप नमाज और वजू दोनो नही कर सकते । गुस्ल का तरीका कुछ इस तरह है।
gusl k farz
- दोनो हात कोहनी समेत धो लीजिए
- शर्मगाह पर पानी डालकर उसे धो लेना है
- कुल्ली करना है ( तीन बार करना बेहतर है
- पूरे बदन पर पानी बहना है पहले सीधे जानिब से फिर उल्टे जानिब से (याद रखिए पानी इस तरह बहना है की बदन का एक बाल भी सुखा न रहे
वजू का तरीका wazu ka tarika
- सबसे पहले कलाइयों तक तीन बार हात धोना
- कुल्ली करना अगर मुंह मैं कुछ फसा हो तो गरेरा करना (मुंह मे पानी डाल कर जोर से कुल्ली करना )
- नाक मे पानी डालकर बाए हात के छोटी उंगली से नाक अच्छे से साफ करना
- चेहरा मुकम्मल तौर से धोना ( अगर चेहरे पर दाड़ी हो तो उसका खिलाला करे , से पानी जज्ब करे )
- दोनो हातो के कुहानी तक धोना (कोहनी तक हात पूरा भीग जाए )
- कम से कम एक बार सर का मसाह करना (सर का मसाह इस तरह से करे की हातो मे पानी लेकर उसे छोड़ दे और सर के ऊपर से हातो को घुमाते हुवे कानो को साफ करे)
- दोनो पैर टकनो तक धोना चाहिए अगर उंगलियों मे पानी न पहुंचे तो हात के छोटी उंगली से पैरो को उंगलियों मे पानी पहुंचाए
वजू का तरीका वजू की तफ़्सीर , वजू के मसले , सुन्नते जाने के लिए निचे क्लिक करे
Wazu ka tarika ,| जाने वजू का सही तरीका सुन्नते फ़राइज़
याद रखिए की वजू करते समय ऐसे वजू करे की एक कोई हिस्सा धोने के बाद दुरासा हिस्से की जगह सुख न जाए।
namaz rakat , namaz ki niyat , namaz time
नामज की नियत namaz ki niyat
नमाज की नियत भी हमे आनी चाहिए हादिसो मे पाया गया है की दिल के इरादे का नाम नियत है अगर आपके दिल मैं खयाल आया की मे नमाज पढू तो आपकी नियत हो गई । ( पर अफजल और बेहतर है की हम जबान से नियत का इकरार करे )
फज़र की नामज fajar ki namaz
फजर के नमाज़ की रकत fajr namaz rakat
- फजर मैं कुल 4 रकात होती है 2 सुन्नत , और 2 farj
फजर के नमाज की नियत fajar namaz ki niyat
- फजर की 2 रकात सुन्नत नमाज अदा करता हु वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- फजर की 2 रकात फर्ज नमाज अदा करता हु वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
फजर के नमाज़ का वक़्त fajar namaz timings
- फजर की नमाज़ सुबह सादिक मे अदा की जाती है ।
ज़ोहर की नामज johar ki namaz
ज़ोहर नमाज़ की रकत zohar namaz rakat
- जोहर मे कुल 12 रकत होती है , 4 सुन्नत , 4 फर्ज , 2 सुन्नत , 2 नफ़्ल ।
जोहार की नियत zohar namaz ki niyat
- जोहार की 4 रकात सुन्नत नमाज अदा करता हु वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- जोहार की 4 रकात फर्ज नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- फिर 2 रकात सुनत की नियत करनी है (उपर दिया है वैसे ही )
- जोहार की 2 रकात नफ्ल नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
ज़ोहर के नमाज़ का वक़्त zohar namaz time
- ज़ोहर के नामज का वक़्त जवाल के बाद होता है ।
असर की नामज asar ki namaz
असर नमाज़ की रकत asar namaz rakat
- असर नमाज़ की कुल 8 रकत है , 4 सुन्नत , 4 फर्ज ।
असर की नियत asar namaz ki niyat
- असर की 4 रकात सुन्नत नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- असर की 4 रकात फर्ज नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
असर नमाज़ का वक़्त asar namaz time
- जवाल और गुरुब के बिच का वक़्त असर के नमाज़ का होता है ।
मगरिब की नमाज़ magrib ki namaz
मगरिब नमाज़ की रकत maghrib rakat
- मगरिब की कुल 7 रकत होती है , 3 फ़र्ज़ , 2 सुन्नत , 2 नफ़्ल ।
मगरीब की नियत magrib namaz niyat
- मगरीब की 3 रकात फर्ज नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- मगरीब की 2 रकात सुन्नत नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- मगरीब की 2 रकात नफ्ल नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
मगरिब नमाज़ का वक़्त magrib namaz time
- जब सूरज गुरुब होता है तब मगरिब के नमाज़ का वक़्त होता है ।
ईशा की नमाज़ isha ki namaz
ईशा नमाज़ की रकत isha namaz rakat
- ईशा के नमाज़ की कुल रकत 17 है , 4 सुन्नत , 4 फर्ज , 2 सुन्नत , 2 नफ़्ल , 3 वित्र , 2 नफ़्ल ।
ईशा की नियत isha ki namaz
- ईशा की 4 रकात सुन्नत नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- ईशा की 4 रकात फर्ज नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- ईशा की 2 रकात सुन्नत नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- ईशा की 2 रकात नफ्ल नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- ईशा की 3 रकात वित्र नमाज अदा करता हु (औरत हो तो करती हु )वास्ते अल्लाह ताला के मुंह (रुख) मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर
- फिर 2 रकात नफ्ल की नियत कर जैसे ऊपर दिया है
ईशा के नमाज़ का वक़्त isha ki namaz ka time
- रात हो जाने के बाद ईशा की नमाज़ अदा की जाती है ।
(अगर हम इमाम साहब के पीछे नमाज अदा कर रहे है तो हमे नियत मे नमाज अदा करता हु के बाद ये कहना पीछे इस इमाम के मुंह मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहुकबर)
हुजूर सलालहो अलैहि वसल्लम ने फरमाया अपनी नमाजे मुक्कमल किया करो किवकी नमाज ही महशर मे तुम्हे जहनम की आग से बचाएगी
नमाज की रकात namaz rakat
नमाज का तरीका namaz ka tarika
(Namaz ka tarika In Hindi)
नमाज पढ़ने का बहोत ही आसान तरीका है। बस फर्क ये है की हर नमाज की रकात , वक़्त अलग होती है। namaz 2 रकात की नमाज , 3 रकात की नमाज , और 4 रकात की नमाज होती है
आज हम कुल 4 रकात की नमाज का तरीका बताएंगे और आपको उसी मे 2 और 3 रकात का भी तरीका बताएंगे।
1)नमाज के लिए वजू करे और किबला के तरफ मुंह करके खड़े हो जाए और नियत करे फिर अल्लाहुअकबर कह के कानो के लाव तक (अंगूठा कान तक उठाए ) उठाकर मर्दों ने नाभी के नीचे और औरतो ने सीने पे हात बांध लेना है ।
2)उसके बाद सना पढ़ना है
सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व तआला जहुका वाला इलाहा गैरुका(अगर आप इमाम साहब के पीछे नमाज अदा कर रहे है तो सना पढ़कर खामोश रहना बेहतर है )
3) फिर ये पढ़े अउजू बिल्लाहि मिनश शैता निर्रजिम बिस्मिल्लाह हीर रहमानिर रहीम।
4)इसके बाद सुराह फातिहा पढे।
- अल्हम्दु लिल लाहि रब्बिल आलमीन
- अर रहमा निर रहीम
- मालिकि यौमिद्दीन
- इय याका नअ’बुदु व इय्याका नस्तईन
- इहदिनस् सिरातल मुस्तकीम
- सिरातल लज़ीना अन अमता अलय हिम
- गैरिल मग़दूबी अलय हिम् व लद दाललीन
5)फिर कुरान पाक की कोई एक सूरह पढे
- कुल हुवल लाहू अहद
- अल्लाहुस समद
- लम यलिद वलम यूलद
- वलम यकूल लहू कुफुवन अहद
नमाज़ की सूरह हिंदी में | Namaz ki Surah in hindi
6)फिर अलाहुअकबर कह कर रुकु मे चले जाए
(अगर आप इमाम साहब के पीछे नमाज अदा कर रहे है तो जब इमाम साहब अल्लाहुअकबर कहे तो आपको बिना कुछ कहे रुकु मे चले जाना है )
7)रुकु मे जाने के बाद सुब्हान रब्बी अल अजीम ये कम से कम 3 बार पढ़ना है
8)फिर समिअल्लाह हुलिमन हमीदा कहना है और खड़े हो जाना है (अगर आप इमाम साहब के पीछे पढ़ रहे हो तो जब इमाम साहब समिअल्लाह हु लिमन हमीदा कहे तो आपको धीरे से रब्बाना लकल हमीदा कहना है और खड़े हो जाना है )
9)फिर अल्लाहुअकबर कहतेहुवे सजदे मे जाना है।
10)सजदे मैं जाने के बाद सुब्हान रब्बी अल आला काम से काम 3 बार कहना है ।
11)फिर अल्लाहुअकबर कहते हुवे सजदे से उठाना है फिर अल्लाहुअकबर कहते हुवे सजदे मे जाना है और तीन बार तसबी पढ़नी है
12)इसी तरह आपको दूसरी रकात भी अदा करनी है बस खयाल रखें की जब अल्हमदो के बाद सुरह पढ़ेंगे तब जो सुरह पहले पढ़ा है उसके बाद की ही कोई भी सुराह पढ़ना है ।
13)रकात पढ़ने के बाद जब दूसरी रकात मे सजदे से उठेंगे तो हमे वैसे ही बैठ जाना है और तहियाद पढ़े
अतहियात tahiyat
- अत्ताहियातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तैयिबातू अस्सलामु अलैका अय्युहन नाबिय्यु रहमतुल्लाही व बरकताहू अस्सलामु अलैना व आला डबादिल्लाहिस सालिहीन अशहदु अल्ला इलाहा इल्ललाहू व अशहदु अत्र मुहम्मदन अब्दुहु व रसुलहू उसके बाद दरूद पढे
- अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा सल्लेता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इत्रका हमिदुम माजिद, अल्लाहुम्मा बारीक़ अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा बारकता आला इब्रािहिम वा आला आली इब्राहिमा इत्रका हमिदुम माजिद
14)दरूद पढ़ने के बाद हमे सलाम फेरना है पहले सीधे जानिब कहना है अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह फिर उलटे जानिब सलाम फेरते हुवे अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह कहना है ।
4 रकात का नमाज का तरीका
अगर हम चार रकात नमाज अदा कर रहे है तो ऊपर दिए है वैसे ही 2 रकात पढे बस दूसरी रकात मे जब सजदे से उठे तब हमे सिर्फ अतहियाद पढ़ कर अल्लाहुअकबर कह कर खड़े हो जाना है और हमे सिर्फ अलाहमदो का सूरह पढ़ना है और रुकु सजदा करना है और चौथी रकात भी ऐसे पढ़ना है जब हम चौथी रकात मे सजदे से उठे तब अताहियाद और दरूद पढ़ कर हमे सलाम फेरना है ।
3 रकात की नमाज का तरीका
जैसे ऊपर बताया गया है वैसे ही 2 रकात नमाज अदा करे और दूसरी रकात मैं अतहियात पढ़ कर खड़े हो जाए और सुरह फातिहा पढ़े और एक सुरह पढ़ कर रुकु और दो बार सजदा करके बैठ जाए और अतहीयत और दरूद पढ़ कर सलाम फेरे।
HADEES IN HINDI
रसूले करीम सलल्लाहो अलैहि वसलम ने फ़रमाया जब बंदा नमाज़ पढ़ने के लिए खड़ा होता है तो अल्लाह को उसका अमल इतना पसंद आता है की उसके बदन के सरे गुनाह माफ़ फार्मा देता है । सुब्हानल्लाह
FAQs
- नमाज कितने होते हैं? namaz kitane hote hai?
जवाब : इस्लाम मे नमाज़ कुल 5 वक़्त की होती है ।
- फजर FAZAR
- जोहर ZOHAR
- असर ASAR
- मगरिब MAGRIB
- ईशा ISHA
2 . नमाज कैसे पढ़ते हैं हिंदी में? NAMAZ kaise padhate hai?
जवाब : नमाज़ का बेहतरीन और आसान तरीका ऊपर बताया गया है जरूर पढ़े ।
Fatiha ka tarika in Hindi | फातिहा करने का आसान तरीका